29 सितंबर 2010

चिंता वाली कोई बात नहीं

‌‌‌अयोध्या मसले पर फैसला आने से पहले पी ​चिदंबरम ने कहा- ​चिंता वाली कोई बात नहीं, सुरक्षा के सारे इंतजाम कर ​लिए गए हैं।

तड़का : आप लोगों ने देखा नहीं, हम नक्स​लियों से कैसे ​निपटे! आप ​चिंता न करें, मैं बंदूक लेकर खुद ​निगरानी करूंगा।

27 सितंबर 2010

बदनाम देश का नाम "और बदनाम"

‌‌‌‌‌‌स्पॉट ​फिक्सिंग मामले में मोहम्मद आमिर ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि मैंने वहीं किया, जो मुझे कप्तान सलमान बट और सी​नियर गेंदबाज आसिफ ने करने को कहा।

‌‌‌तड़का : तेरी बु​दि्ध कहां गई थी अबे। अपने बदनाम देश का नाम "और बदनाम" ​किया सो ​किया, ​क्रिकेट पर भी धब्बा लगाया। वो तुम्हें कूएं में कूदने को कहते तो क्या तुम कूद जाते?

26 सितंबर 2010

इतनी बड़ी रकम कभी नहीं हड़पी!

कलमाड़ी साहब की ऐंठ गयी नहीं। उनके ताजा बयान पर जरा गौर करें(खासकर गहरे लाल रंग पर)-  निश्चित तौर पर यह मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती है और मुझे चुनौतियों का सामना करना पसंद है। इसमें मैं सफल रहा या नहीं, इसका जवाब मैं 14 अक्टूबर को समापन समारोह के बाद दूंगा।

तड़का : पहले कभी इतनी बड़ी रकम नहीं हड़पी। इसे पचाना बड़ी चुनौती है, और ऐसे चुनौतियाँ मुझे पसंद हैं। 11 दिन ठीक-ठाक बीत जाएँ तो फिर सबको देख लूँगा। मुझे क्या आईपीएल वाले मोदी से कम समझा है?

25 सितंबर 2010

तो दूसरा पाकिस्तान हम बनवा चुके होते...

खबर : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में देरी होने का कारण पिछले 61 साल से न्यायिक विलंब- बीजेपी।

तड़का : एक पाकिस्तान तो कांग्रेस ने बनवा दिया... ये विलंब ना होता तो दूसरा हम बनवा चुके होते।

24 सितंबर 2010

भूल इंसान से होती है!!!

खबर : ऑस्ट्रेलियाई ओलिंपिक कमेटी के चीफ जॉन कोएट्स ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी दिल्ली को नहीं सौंपनी चाहिए थी। यह एक बड़ी भूल है...

तड़का : कोई बात नहीं जॉन साब, भूल तो इंसान से ही होती है। आप और हम में फर्क सिर्फ इतना है कि आपने अपनी भूल स्वीकार ली, और हमारे नेता इसके लिए तैयार नहीं!!!!

23 सितंबर 2010

खिलाड़ी अपने स्वास्थ्य के खुद ​जिम्मेदार

‌‌‌खबर : कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज की गंदगी से आजिज न्यूजीलैंड उसकी टीम को रहने के लिए मिले टावरों की सफाई खुद ही करा रहा है...

‌‌‌तड़का : सेल्फ स​र्विस। सवारी अपने सामान की खुद ​जिम्मेदार है ​(खिलाड़ी अपने स्वास्थ्य के)

22 सितंबर 2010

इस बार सारे मेडल हमारे

खबरें : नेहरू स्टेडियम के पास फुटब्रिज ढहा। कॉमनवेल्थ में नहीं आने की सोच रहे आस्ट्रेलियाई तैराक। न्यूजीलेंड भी हट सकता है गेम्स से।

तड़का : अगर ऐसा ही चलता रहा तो तय है कि कॉमनवेल्थ में सारे मेडल हमारे खिलाड़ी ही जीतने वाले हैं।
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कॉमनवेल्थ की चर्चा
कलमाड़ी जी ने कहा था- दिल्ली के कॉमनवेल्थ बीजिंग ओलिम्पिक से भी बेहतर और शानदार होंगे। दुनिया देखेगी।
तड़का : हमें तो अब समझ में आया कलमाड़ी जी दरअसल कहना क्या चाहते थे। वे कहना चाहते थे की हमारे कॉमनवेल्थ की चर्चा खेल होने से पहले ही इतनी हो जाएगी कि दुनिया देखेगी।

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सेलेक्टर्स को क्या चाहिए?
युवराज सिंह ने कहा- मैं लगातार प्रदर्शन कर रहा हूँ, फिर सेलेक्टर्स को क्या चाहिए?
तड़का : युवराज जी सेलेक्टर्स को अच्छा खिलाड़ी चाहिए, जो बल्ला चला सके और लगातार रन बना सके। आपने तो आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले 10 मैचों में 9 की औसत से रन बनाए हैं।  

21 सितंबर 2010

निराशाजनक तयारियाँ

गेम्स फेडरेशन के CEO हूपर ने गेम्स विलेज की तैयारियों को निराशाजनक बताया...

तड़का : कहाँ से आँखों का इलाज करा के आए हैं आप। पहले तो आपको सब 'ठीक' नज़र आ रहा था।