26 सितंबर 2010

इतनी बड़ी रकम कभी नहीं हड़पी!

कलमाड़ी साहब की ऐंठ गयी नहीं। उनके ताजा बयान पर जरा गौर करें(खासकर गहरे लाल रंग पर)-  निश्चित तौर पर यह मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती है और मुझे चुनौतियों का सामना करना पसंद है। इसमें मैं सफल रहा या नहीं, इसका जवाब मैं 14 अक्टूबर को समापन समारोह के बाद दूंगा।

तड़का : पहले कभी इतनी बड़ी रकम नहीं हड़पी। इसे पचाना बड़ी चुनौती है, और ऐसे चुनौतियाँ मुझे पसंद हैं। 11 दिन ठीक-ठाक बीत जाएँ तो फिर सबको देख लूँगा। मुझे क्या आईपीएल वाले मोदी से कम समझा है?

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