सुप्रीम कोर्ट - पूर्व दूरसंचार मंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कानून मंत्रालय की सलाह को दरकिनार कर दिया। ए राजा ने पीएम की चिट्ठी का जवाब के लिए आदरपूर्ण भाषा का इस्तेमाल नहीं किया।
तड़का - बेचारे भोले-भाले मनमोहन सिंह को पीएम समझता ही कौन है कोर्ट जी!! ए राजा जैसे घटिया चरित्र के लोगों से अच्छी सलाहों की उपेक्षा की ही अपेक्षा की जा सकती है।
तड़का तीखा है.......
जवाब देंहटाएंउपेक्षा की ही अपेक्षा थी...
जवाब देंहटाएंYE HUA NA ASLI TIKHA TADKA