02 दिसंबर 2010

उपेक्षा की ही अपेक्षा थी...

सुप्रीम कोर्ट - पूर्व दूरसंचार मंत्री ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कानून मंत्रालय की सलाह को दरकिनार कर दिया। ए राजा ने पीएम की चिट्ठी का जवाब के लिए आदरपूर्ण भाषा का इस्तेमाल नहीं किया।
तड़का - बेचारे भोले-भाले मनमोहन सिंह को पीएम समझता ही कौन है कोर्ट जी!! ए राजा जैसे घटिया चरित्र के लोगों से अच्छी सलाहों की उपेक्षा की ही अपेक्षा की जा सकती है।

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